जालंधर – डिप्टी कमिश्नर जालंधर घनश्याम थोरी की तरफ से जारी आदेशों पर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से लाल पैथ लैब को कोविड -19 के मरीज़ की पाजिटिव रिपोर्ट में देरी करने के बदले कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। यह कारण बताओ नोटिस लैब के नोडल अधिकारी प्रदीप कुमार को जारी किया गया है जो कि कोविड पाजिटिव मरीज़ की रिपोर्ट समय पर ज़िला प्रशासन को न भेजने के लिए ज़िम्मेदार है। नोटिस अनुसार प्रदीप कुमार को अपना लिखित जवाब सिविल सर्जन दफ़्तर जालंधर को दो दिनों के अंदर देने के लिए कहा गया है, जिसको आगे की कार्यवाही के लिए उच्च अथारिटी को भेजा जायेगा। सिविल सर्जन डा.बलवंत सिंह ने जारी नोटिस पर कहा कि लैब की तरफ से कोविड -19 के पाजिटिव मामलों की रिपोर्ट में देरी के साथ इन मरीज़ों को घरों में एकांतवास करने में बहुत परेशानी आई, जो कि विभाग के लिए चिंता का विषय है। सिविल सर्जन डा.बलवंत सिंह ने बताया कि ऐसी लापरवाही बिल्कुल भी सहन नहीं की जाएगी और ऐसे संस्थानों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्यवाही की जायेगी, क्योंकि कोविड -19 पाजिटिव मरीज़ की रिपोर्ट समय पर मिलना बहुत महत्व रखता है ,जब कि वायरस पूरी तेज़ी के साथ फैल रहा है। उन्होनें आगे बताया कि आधिकारियों को कोविड -19 का टैस्ट करने वाली लेबों की जांच करने के आदेश दिए गए हैं जिससे कोविड पाजिटिव मामलों की सही समय पर रिपोर्ट को यकीनी बनाने के इलावा सरकार के आदेशों को सुचारू ढंग के साथ लागू किया जा सके। लैब की तरफ से कारण बताओ नोटिस प्राप्त करने के बाद 8 से 10 मार्च तक 78 कोविड पाजिटिव मरीज़ों का खुलासा किया गया है। लैब की तरफ से 78 मरीज़ों की रिपोर्ट मिलने के बाद ज़िला प्रशासन की तरफ से इन मरीज़ों को होम आईसोलेट करने और इनके संपर्क में आए लोगों की पहचान करने की अभियान को शुरू कर दिया गया है। बता दें कि इन पुराने 78 मामलों की रिपोर्ट देरी से मिलने के कारण नए मामलों में विस्तार हुआ है। डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने सभी लैबोरेटरियों को आदेश दिया की पंजाब सरकार की समय पर रिपोर्टें जारी करने के दिशा निर्देशों की सख़्ती के साथ पालना को यकीनी बनाया जाये ,जिससे वायरस को फैलने से रोका जा सके। उन्होनें कहा कि इस तरह की किसी भी प्रकार की लापरवाही के सख़्त कार्यवाही करने के साथ-साथ उच्च आधिकारियों को भी रिपोर्ट भेजी जायेगी।